
इलाहाबाद, जिसे अब प्रयागराज कहा जाता है, उत्तर प्रदेश का एक ऐतिहासिक और धार्मिक शहर है। यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उनका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी अत्यधिक है। आइए जानते हैं इस शहर के प्रमुख आकर्षणों के बारे में विस्तार से।
1. त्रिवेणी संगम
- विशेषता: गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का पवित्र संगम
- आकर्षण:
- माघ मेला (जनवरी-फरवरी) और कुंभ/अर्धकुंभ मेला: यह आयोजन हर 12 और 6 साल में होता है, जब लाखों लोग यहाँ स्नान करने आते हैं।
- नौका विहार और संध्या आरती: संगम के पास नाव की सवारी करना और गंगा आरती का दृश्य एक अविस्मरणीय अनुभव है।
- अक्षयवट (पौराणिक वट वृक्ष): यह वृक्ष धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, और इसे पवित्र माना जाता है।
- समय: सुबह 5 बजे से शाम 9 बजे तक
2. इलाहाबाद किला (अकबर का किला)
- इतिहास: 1583 में अकबर द्वारा निर्मित, यह किला भारतीय स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
- आकर्षण:
- अशोक स्तंभ (232 ईसा पूर्व): यह स्तंभ सम्राट अशोक द्वारा स्थापित किया गया था, और भारतीय इतिहास में इसका विशेष स्थान है।
- पातालपुरी मंदिर और जोधाबाई महल: यह दोनों स्थल किले के भीतर स्थित हैं और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
- संगम का विहंगम दृश्य: किले से संगम का दृश्य अत्यधिक सुंदर और मनमोहक होता है।
- प्रवेश शुल्क: ₹40 (भारतीय), ₹600 (विदेशी)
3. आनंद भवन
- ऐतिहासिक महत्व: यह नेहरू परिवार का पैतृक आवास था और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा हुआ है।
- आकर्षण:
- स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े अवशेष: यहाँ आपको नेहरू परिवार और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज़ और वस्तुएं मिलेंगी।
- जवाहर तारामंडल: यह तारामंडल विज्ञान के प्रति एक रुचि रखने वालों के लिए आदर्श स्थल है।
- समय: सुबह 9:30 से शाम 5 बजे तक (मंगलवार बंद)
4. चंद्रशेखर आज़ाद पार्क (अल्फ्रेड पार्क)
- विशेषता: यह भारत का सबसे बड़ा शहरी पार्क है, और यह ऐतिहासिक महत्व भी रखता है।
- आकर्षण:
- आज़ाद की शहादत स्थल: इस पार्क में चंद्रशेखर आज़ाद की शहादत हुई थी।
- गुप्तेश्वर महादेव मंदिर: यह मंदिर इस पार्क के भीतर स्थित है और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
- विक्टोरियन युग की वास्तुकला: यहाँ की संरचनाएँ उस समय की ब्रिटिश शैली का प्रतीक हैं।
5. अक्षयवट और मंकी टेम्पल (हनुमान मंदिर)
- धार्मिक महत्व: यह स्थल पौराणिक अक्षय वट वृक्ष के पास स्थित है, जो हिन्दू धर्म में अत्यधिक पूजनीय है।
- विशेष:
- भूमिगत मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा: यहाँ हनुमान जी की मूर्ति स्थित है, और यह एक अद्भुत धार्मिक स्थल है।
- मान्यता: यहाँ मन्नत माँगने से इच्छाएँ पूरी होती हैं।
6. इलाहाबाद संग्रहालय
- संग्रह:
- 18,000 पुरातात्विक कलाकृतियाँ: यहाँ प्राचीन समय की मूर्तियाँ, ताम्रपत्र और अन्य वस्तुएं संरक्षित हैं।
- नेहरू परिवार की निजी वस्तुएँ: यह संग्रहालय नेहरू परिवार से संबंधित अवशेषों का भी संग्रह करता है।
- प्रवेश शुल्क: ₹20 (वयस्क), ₹5 (बच्चे)
🚩 निकटवर्ती दर्शनीय स्थल (50 किमी के दायरे में):
स्थान | दूरी | आकर्षण |
---|---|---|
श्रृंगवेरपुर | 40 किमी | रामायण कालीन घाट (भरत-राम मिलन स्थल), रामचौरा मंदिर |
कौशांबी | 60 किमी | बौद्ध स्तूप, अशोक स्तंभ, प्राचीन विहार अवशेष |
झूँसी | 10 किमी | प्राचीन शिव मंदिर, संगम का मनोरम दृश्य |
भारद्वाज आश्रम | 8 किमी | ऋषि भारद्वाज का स्थान, प्राचीन वैदिक पुस्तकालय |
🍽️ स्थानीय व्यंजन और खरीदारी:
- मशहूर खाना:
- कलाकंद (दूध मिठाई)
- लच्छा टोकरी (चाट)
- बटर चिकन की प्रयागराज स्टाइल
- खरीदारी:
- चुनरी बाज़ार: पूजा सामग्री और बेल-पत्र
- कैसर बाग़ मार्केट: हस्तशिल्प, ब्रास आइटम
- चौक: इत्र और गुलाब जल
🚉 यात्रा सुझाव:
- सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा: बमरौली एयरपोर्ट (12 किमी)
- रेलवे स्टेशन: प्रयागराज जंक्शन (सेंट्रल)
- सड़क मार्ग: लखनऊ (200 किमी), वाराणसी (130 किमी) से बस/टैक्सी उपलब्ध
⏰ घूमने का सबसे अच्छा समय:
- अक्टूबर से मार्च (ठंडा मौसम: 10°C से 25°C)
- विशेष: कुंभ मेला (हर 12 साल) या अर्धकुंभ (हर 6 साल) के दौरान आएँ
💡 यात्रा टिप्स:
- संगम में डुबकी लगाने के लिए सुबह 4-5 बजे जाएँ (कम भीड़)
- किले में कैमरा ले जाना प्रतिबंधित है
- स्थानीय गाइड लेना न भूलें (ऐतिहासिक स्थलों के लिए)
वृंदावन मथुरा में घूमने की प्रसिद्ध जगह :gkquestions.site
Ved Sharma – Author Profile
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बायो: Ved Sharma एक पैशनट ब्लॉगर और टेक एंथूजियस्ट हैं, जो टेक्नोलॉजी, वेब डेवलपमेंट और डिजिटल मार्केटिंग के बारे में लिखते हैं। उन्हें नई टेक्नोलॉजीज और वर्डप्रेस पर एक्सपर्टिस है।
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